गुरुवार, 21 अप्रैल 2022

Benefits of Red Lady Finger लाल भिंडी




Benefits of Red Lady Finger लाल भिंडी 

Benefits of Red Lady Finger: लाल भिंडी हरी भिंडी की तुलना में ज्यादा पौष्टिक है। इसके अलावा कई बीमारियों के लिए भी ये फायदेमंद है। यह मधुमेह को नियंत्रित करने में बहुत कारगर है। कृषि विषेषज्ञों की मानें तो लाल भिंडी सेहत का भरपूर खजाना है। लाल भिंडी में हार्ट की बीमारी, मोटापा और डायबिटीज को कंट्रोल करने की क्षमता होती है।

भारत में लाल भिंडी / काशी लालिमा की खेती

हरी सब्जी सेहत के लिए अच्छी मानी जाती है, लेकिन अब इनके रंगों में बदलाव किया जा रहा है। हरी दिखने वाली भिंडी अब आपको लाल रंग में भी दिखाई देगी। उत्तरप्रदेश के वाराणसी स्थित भारतीय सब्जी अनुसंधान संस्थान ने भिंडी को लाल रंग में उगाया और वे ऐसा करने में कामयाब हुए। इसे काशी लालिमा नाम दिया गया। भिंडी की इस नई किस्म में हरी भिंडी के मुकाबले ज्यादा पोषक तत्व हैं। बाजार में इसके बीज उपलब्ध होने के बाद से मध्य प्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ में किसानों ने इसकी खेती करना शुरू कर दिया है।




लाल भिंडी के फायदे

. इसमें एंटीऑक्सीडेंट और आयरन भरपूर मात्रा में पाया जाता है। लाल भिंडी में करीब 94 फीसदी पॉली अनसैचुरेटेड फैट होता है। जो खराब कोलेस्ट्रॉल को खत्म करने में मदद करता है।
. लाल भिंडी में 66 फीसदी सोडियम की मात्रा हाई ब्लड प्रेशर को कम करने में मदद करती है। इसके सेवन से मेटाबॉलिक सिस्टम ठीक होता है।  
.आयरन एनीमिया की कमी को दूर करती है।
. इसमें एंथोसायनिन और फेनोलिक्स होता है। जो जरूरी पोषक मूल्य को बढ़ाता है। विटामिन बी कॉम्‍प्‍लेक्‍स होता है। फाइबर शुगर को कम करता है।

लाल भिंडी के स्वास्थ्य लाभ 

(1)प्रेगनेंसी में फायदेमंद :- 

इसमें विटामिन बी-9 होता है इसलिए गर्भवती महिलाओं के लिए इसका सेवन काफी फायदेमंद साबित होता है। इसमें फॉलेट नामक पोषक तत्व होता है, जो भ्रूण के मस्तिष्क विकास में अहम भूमिका निभाता है।


(2)कंट्रोल में रखती है शुगर लेवल :-

लाल भिंडी स्वाद में हरी भिंडी जैसी होती है। इसमें लाल, हरा, काला सभी पोषक तत्व मिलते हैं। इस भिंडी में अलग से एक जीन डालने के कारण इसका रंग लाल हो गया। इसमें क्रूड फाइबर होता है। जिससे शुगर लेवल कंट्रोल में रहता है। इस सब्जी में बीकम्पलेक्स भी काफी मात्रा में होती है।

(3)दिल के लिए फायदेमंद :-

यह उन लोगों के लिए बेहद फायदेमंद है जो हृदय और रक्तचाप, मधुमेह, उच्च कोलेस्ट्रॉल संबंधी समस्याओं से जूझ रहे हैं। इससे शरीर में रक्त शर्करा का स्तर भी सही रहता है।




लाल भिंडी की पैदावार

- यह मूल रूप से फरवरी या उसके आसपास उगाई जाती है। तो अप्रैल तक दूसरे माह तक। नवंबर माह में बीज बोये जाते हैं। इसके बाद फरवरी में आते हैं। दिसंबर-जनवरी में इसकी पैदावार कम होती है। लेकिन फरवरी में भिंडी आने लगती है। नवंबर तक वह चलती रहती है। लाल भिंडी की पैदावार की लागत भी कम आती है और समय भी कम लगता है। लेकिन इस भिंडी के भाव बहुत होते हैं। एक सुपरफूड कहे जाने वाली यह भिंडी 45 रूपए से 80 रूपए प्रति किलो तक बिकती है। इसके भाव 800 रूपए प्रति किलो तक भी पहुंच जाते हैं। तो इस तरह कुमकुम भिंडी का सेहत के साथ फायदे का सौदा भी है।






Lal Bhindi Ki Kheti: अनुकूल जलवायु व उपयुक्त मिट्टी
जलवायु व तापमान: वर्ष में दो बार लाल भिंडी की खेती की जा सकती है। फ़रवरी-मार्च व जून-जुलाई में आप इसकी खेती का सकते हैं। इसकी की खेती के लिए गर्म और कम आद्र जलवायु अनुकूल होती है। पौधों के विकास के लिए 5-6 घंटे की धुप आवश्यक होती है। साथ ही इसे ज्यादा पानी की आवश्यकता भी नहीं होती। मध्यप्रदेश व उत्तरप्रदेश के किसानों ने लाल भिंडी की खेती करना शुरू कर दिया है। देश में लगभग सभी राज्यों में लाल इसकी खेती की जा सकती है।
उपयुक्त मिट्टी: बलुई दोमट मिट्टी लाल भिंडी की खेती के लिए उपयुक्त होती है। ध्यान रहे मिट्टी जीवांश व कार्बनिक पदार्थ युत होनी चाहिए। बीज/ पौधा रोपण करने से पूर्व मिट्टी के PH मान की जांच अवश्य कर लें। इसकी खेती के लिए मिट्टी का PH मान सामान्य होना चाहिए।






ऑनलाइन खरीद सकते हैं लाल भिंडी का बीज
यदि आप अपने खेत में लाल भिंडी के बीज लगाना चाहते हैं तो इस समय आपके स्थानीय बाज़ार में ये शायद ही उपलब्ध हों। लेकिन आप ऑनलाइन माध्यम से इसके बीज हासिल कर सकते हैं। ऑनलाइन ई-कॉमर्स वेब साईट से आप इन बीजों की खरीदी कर सकते हैं।

Lal Bhindi Ki Kheti : रोग व बचाव
वैसे अन्य सब्जियों के मुकाबले लाल भिंडी में कम रोग लगते हैं। भिंडी की इस किस्म में मच्छर, इल्ली और दूसरे कीट जल्दी नहीं लगते, लेकिन इसके पौधे को लाल मकड़ी से खतरा रहता है। ये पौधों की पत्तियों के नीचे की साथ पर झुण्ड बनाकर रहने लगते हैं और इनका रस चूसते रहते हैं। इससे पौधे का विकास रुक जाता है और धीरे-धीरे पूरा पौधा पीला होकर सूख जाता है। इससे बचने के लिए पौधों पर डाइकोफॉल या गंधक का सही मात्रा में छिडकाव करना चाहिए।

लाल भिंडी की कीमत व कमाई
बाज़ार में मिलने वाली सामान्य भिंडी की अपेक्षा लाल भिंडी के दाम काफी ज्यादा है। हरी भिंडी जहाँ 50 रुपए किलो तक की कीमत पर मिलती है, वहीँ इसकी कीमत (Red Lady Finger Price in India) 400 से 800 रुपए किलो तक जाती है। बड़े शहरों के मॉल में लोग इसे 300-400 रुपए प्रति 250/500 ग्राम तक में खरीदने को तैयार हैं। एक एकड़ में करीब 40 से 50 क्विंटल तक उत्पादन हो सकता है। इसकी फसल भी सामान्य भिंडी की अपेक्षा जल्दी पक जाती है। करीब 45 से 50 दिनों में यह फसल तैयार हो जाती है। इसकी खेती से आप कम समय में ही अच्छी कमाई कर सकते हैं।
लाल भिंडी खाने के फायदे
कमाई के साथ-साथ स्वास्थ्य के लिए भी लाल भिंडी बेहद फायदेमंद है।
लाल रंग की भिंडी एंटी ऑक्सीडेंट, आयरन और कैल्शियम समेत अन्य पोषक तत्वों से भरपूर मात्र में पाए जाते हैं।
इसमें पाए जाने वाले एंटी ऑक्सीडेंट तत्व आपके दिल को सेहतमंद बनाते हैं।
हृदय, ब्लड प्रेशर, मधुमेह, कोलेस्ट्रॉल जैसी समस्या का सामना कर रहे लोगों के लिए यह बेहद लाभकारी है।
इसमें फोलिक एसिड भी पाया जाता है।
जिन गर्भवती महिलाओं में फोलिक एसिड की कमी होती हैं, लाल भिंडी उसे दूर करती है।

 

500 रूपए प्रति किलो :
भारतीय सब्जी अनुसंधान संस्थान के तकनीकी अधिकारी बताते हैं कि इस नई प्रजाति की लाल भिंडी का बीज दिसंबर तक भारतीय किसानों को उपलब्ध कराया जाएगा, दावा किया जा रहा है की भिंडी की इस किस्म से किसानों की पैदावार में भी इजाफा होगा साथ ही देशी भिंडी की तुलना में 2 से 10 गुना तक अधिक मुनाफ़ा मिलेगा क्योंकि इसको लगाने के तरीके से लेकर लागत तक सब कुछ सामान्य भिंडी की तरह है. बाज़ार में इस भिंडी की विभिन्न किस्मों की कीमत 100 से 500 रूपए प्रति किलो तक है.
 
 

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

Benefits of Red Lady Finger लाल भिंडी

Benefits of Red Lady Finger लाल भिंडी  Benefits of Red Lady Finger: लाल भिंडी हरी भिंडी की तुलना में ज्यादा पौष्टिक है। इसके अलावा कई बीमारि...